चचाई जलप्रपात
चचाई जलप्रपात रीवा मुख्यालय से लगभग 45 किलोमीटर दूर सिरमौर तहसील मुख्यालय से लगभग 5 किलोमीटर दूर सिरमौर सेमरिया मार्ग के किनारे बीहर नदी पर स्थित है, जो वन मंडल रीवा अंतर्गत वन परिक्षेत्र सिरमौर के आरक्षित वन कक्ष क्रमांक 71 में स्थित है। इस प्रपात की ऊंचाई लगभग 115 मीटर है। इस जलप्रपात को भारत के 'नियाग्रा' के नाम से भी जाना जाता है। प्रपात के ऊपर बीहर नदी पर बने डैम के माध्यम से टोंस जलविद्युत परियोजना से 315 मेगावाट बिजली उत्पादन किया जाता है। चचाई के नैसर्गिक सौंदर्य को निहारकर ही सुप्रसिद्ध कवि एवं लेखक डॉ. रामकुमार वर्मा की तूलिका गा उठी थी-
ओ देख खोल दृग यह प्रपातय
पतन दृष्टि का शुभ हास।
कवि जड़ वर्षा तक सिखलायेगा,
युग को चेतन का रम्य हम्सस।